Babri masjid v/s Ram mandir ; बाबरी मस्जिद ओर राम मंदिर के तथ्य ?
इस पोस्ट मे हम आपको बाबरी मस्जिद के ओर राम मंदिर के बारे मे बताने जा रहे है आपको तो पता ही होगा है राम मंदिर के ठीक 25 किलो मीटर पर अयोध्या के धननीपुर मे देश की सबसे बड़ी मसदीद बनने जा रही है जिसमे दुनिया की सबसे पाक ओर बड़ी कुरान पाक राखी जाईगी, बाबरी मस्जिद पर कितने मुद्दे हुए है ओर कितने लोगों ने इसे बुरा बहाल भी बोल था जिससे की ये मस्जिद न बने ओर कितने लोगों ने इसके बनने केलिए कितनी मेहनत किया है पर साल 2019 मे सुप्रेम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विवादित को मस्जिद बनाने केलिए दे दिया था ओर मस्जिद बनाने केलिए अदालत ने अलग से धननीपुर मे पाच एकर जमीन दी थी ये पाच एकर मे बनने वाली मस्जिद को इंडो इस्लामिक कल्चर को फाउंडेशन ट्रस्ट के अधीन बनाया जा रहा है जिसे mohammad bin abdullah मस्जिद नाम दिया गया है ये देश के पहली मस्जिद होगी जिसमे पाच मीनार होगी ओर मस्जिद मे इस्टमाल होने वाली इत्त मस्जिद का नाम ओर कुरान की आयाते लिखी होगी इसके साथ ही 21 feet उची ओर 30 feet चोड़ी होगी ओर इसमे दुनिया की सबसे बड़ी किताब राखी जाईगी जिससे कुरान पाक भी कहते है इस मस्जिद मे 9000 हजार लोग नमाज़ अदा कर पाइंगे इस मस्जिद के पास कैंसर अस्पताल ओर स्कूल मेडिकल कॉलेज , एंजेनीर कॉलेज ,मुसीयम, laibrary ओर रेस्टोरेंट ओर विसाल अक्वेरीअम बनाई जाईगी |
अयोध्या , उत्तर प्रदेश , भारत में मस्जिद । साइट पर मौजूद शिलालेखों के अनुसार, इसका निर्माण इस्लामिक कैलेंडर के वर्ष 935 (सितंबर 1528-सितंबर 1529 ई.पू. ) में किया गया था।मीर बाक़ी, संभवतः मुग़ल सम्राट बाबर के अधीन कार्यरत एक शासक था । संभल और पानीपत की मस्जिदों के साथ , यह उन तीन मस्जिदों में से एक थी, जिनके बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में बाबर के आदेश पर किया गया था। मुस्लिमों और हिंदुओं के बीच इस स्थल को लेकर दशकों तक चले तनाव के बीच 1992 में इसे नष्ट कर दिया गया था ।
मस्जिद का निर्माण मुगलों से पहले अल्पकालिक लोदी राजवंश के तहत विकसित शैली में किया गया था: क़िबला की दीवार के साथ तीन गुंबददार खण्डों की एक एकल गलियारे वाली व्यवस्था के साथ छोटी । मध्य खाड़ी का प्रवेश द्वार – इमारत की उपस्थिति और महत्व पर जोर देने वाला एक पिश्ताक – पार्श्व खाड़ी की तुलना में काफी ऊंचा था।
# बाबरी masjid की निव kon ढालेगा ओर इसका उद्घाटन कब होगा ?
जेसे की हमने बताया mohammad bin abdullah मस्जिद नाम दिया गया है ये देश के पहली मस्जिद होगी जिसमे पाच मीनार होगी ओर मस्जिद मे इस्टमाल होने वाली इत्त मस्जिद का नाम ओर कुरान की आयाते लिखी होगी इसके साथ ही 21 feet उची ओर 30 feet चोड़ी होगी ओर इसमे दुनिया की सबसे बड़ी किताब राखी जाईगी जिससे कुरान पाक भी कहते है इस मस्जिद मे 9000 हजार लोग नमाज़ अदा कर पाइंगे इस मस्जिद के पास कैंसर अस्पताल ओर स्कूल मेडिकल कॉलेज , एंजेनीर कॉलेज ,मुसीयम, laibrary ओर रेस्टोरेंट ओर विसाल अक्वेरीअम बनाई जाईगी |
मस्जिद का स्थान मुसलमानों और हिंदुओं के बीच विवाद का एक स्रोत रहा है, मुसलमानों का कहना है कि यह राम जन्मभूमि के शीर्ष पर बनाया गया था, जिस स्थान को वे हिंदू देवता राम का जन्मस्थान मानते हैं । धार्मिक समुदायों के बीच स्थल पर संघर्ष का पहला दर्ज उदाहरण 1853 में था, जब पूरे भारत में सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तन का युग था। ब्रिटिश राज के दौरान , या भारतीय उपमहाद्वीप पर प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासन के दौरान , मुसलमानों और हिंदुओं के लिए साइट के अलग-अलग क्षेत्र स्थापित किए गए थे। 1949 में, भारत का विभाजन होने और स्वतंत्र होने के बाद, राम की छवियों को मस्जिद में लाया गया। आगामी विवाद में, साइट को दोनों समुदायों के लिए बंद कर दिया गया, लेकिन छवियों को नहीं हटाया गया।
राम मंदिर के उद्घाटन के कुछ बड़े तटीए ?
राम मंदिर के इतिहास में 5 अगस्त 2020 का दिन सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। 1528 से लेकर 2020 तक यानी 492 साल के इतिहास में कई मोड़ आए। कुछ मील के पत्थर भी पार किए गए। खास तौर से 9 नवंबर 2019 का दिन जब 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने ऐतिहासिक फैसले को सुनाया। अयोध्या जमीन विवाद मामला देश के सबसे लंबे चलने वाले केस में से एक रहा। आइए आपको बताते हैं कि इस विवाद की नींव कब पड़ी और अब तक के इतिहास के अहम पड़ाव, साल 1528: मुगल बादशाह बाबर के सिपहसालार मीर बाकी ने (विवादित जगह पर) एक मस्जिद का निर्माण कराया। इसे लेकर हिंदू समुदाय ने दावा किया कि यह जगह भगवान राम की जन्मभूमि है और यहां एक प्राचीन मंदिर था। हिंदू पक्ष के मुताबिक मुख्य गुंबद के नीचे ही भगवान राम का जन्मस्थान था। बाबरी मस्जिद में तीन गुंबदें थीं।
Dhannipur Masjid Facts: बाबरी मस्जिद फैसले के दौरान राम मंदिर के साथ ही एक मस्जिद बनाने की भी बात कही गई थी. क्या आप जानते हैं कि आखिर ये मस्जिद कहां बन रही है और इसमें क्या खास है?
Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है. मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि कार्यक्रम का जेलों में भी सीधा प्रसारण होगा.
राम मंदिर, जिसे आयोध्या में स्थित रामजन्मभूमि पर बनाया जाने का प्रस्ताव है, एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक स्थल है। यहां के स्थान पर भगवान राम का जन्म हुआ था, जो हिन्दू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। यहां के स्थान पर बनने जा रहे मंदिर का नाम “श्री राम जन्मभूमि मंदिर” है।
राम मंदिर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- प्राचीन इतिहास: राम मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था, जिसका उल्लेख हिन्दू धर्मिक ग्रंथ रामायण में है।
- बाबरी मस्जिद का विध्वंस: राम मंदिर के स्थान पर बाबरी मस्जिद का निर्माण 16वीं सदी में हुआ था, जिसका विध्वंस 1992 में हुआ था।
- रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद: रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद ने दशकों तक भारतीय राजनीति को प्रभावित किया, और इसे एक धार्मिक और सामाजिक विवाद बना दिया।
- रामलला पूजा: राम मंदिर के स्थान पर बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद, वहां पर रामलला की पूजा शुरू हो गई थी, और समर्थन मिला कि यहीं पर राम मंदिर बनाया जाए।
- राम मंदिर का निर्माण: सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन पर और समझौते के तहत, राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है और यह एक अलग धारावाहिक में बन रहा है।
- आर्थिक योजना: राम मंदिर के निर्माण के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की आर्थिक योजना भी लागू की गई है, जिसमें विभिन्न भक्त समूहों से धन जुटाने का प्रयास किया गया है।
- रामलला की मूर्ति: रामलला की मूर्ति अब अलग स्थान पर स्थापित की गई है और वहां पूजा की जा रही है, जबकि राम मंदिर बनाया जा रहा है।
राम मंदिर विषय पर विवाद के बावजूद, यह एक महत्वपूर्ण हिन्दू धार्मिक स्थल है और भारतीय समाज में गहरे आधारों पर प्रतिष्ठित है।