altamashk

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ को मिला U/A सर्टिफिकेट: सेंसर बोर्ड की नजर में

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' को मिला U/A सर्टिफिकेट: सेंसर बोर्ड की नजर में

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' को मिला U/A सर्टिफिकेट: सेंसर बोर्ड की नजर में

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ को मिला U/A सर्टिफिकेट: सेंसर बोर्ड की नजर में शाहिद कपूर, बॉलीवुड के चॉकलेट बॉय के रूप में मशहूर हैं। उनकी अगली फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की रिलीज के कुछ ही दिन बचे हैं। लेकिन सेंसर बोर्ड ने फिल्म के कुछ सीन्स को काट दिया है। हम यहां उन बदलावों के बारे में चर्चा करेंगे और फिल्म के प्रे-रिलीज बिजनेस की बात करेंगे।

U/A प्रमाण पत्र

  • सेंसर बोर्ड द्वारा प्रमाण पत्र जारी
    • प्रमाण पत्र के पीछे कारण
  • कलाकारों का विरोध
    • संगीतकार और निर्देशक का विरोध
    • कला की स्वतंत्रता पर सवाल

सेंसर बोर्ड की कैंची:

फिल्म में कुछ इंटीमेट सीन्स को सेंसर बोर्ड ने हटा दिया है। एक सीन 36 सेकेंड का था, जो अब 27 सेकेंड का हो गया है। साथ ही, कुछ संवादों में भी संशोधन किया गया है।

फिल्म की जबरदस्त एडवांस बुकिंग: फिल्म की जोड़ी शाहिद कपूर और कृति सेनॉन की कामयाबी फिल्म की एडवांस बुकिंग में साबित हो रही है। इस फिल्म का बिजनेस पहले ही दिन से बड़ा है, जिससे इसकी सफलता का संकेत मिलता है।

हाल ही में आई हिंदी फिल्म ‘पगलपंती’ के लोकप्रिय गाने “तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया” को सेंसर बोर्ड द्वारा U/A प्रमाण पत्र देने का निर्णय लिया गया है। यह गाना फिल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे मिला प्रमाण पत्र काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

गाने को U/A प्रमाण पत्र देने के पीछे सेंसर बोर्ड का कहना है कि गाने की धुन, बोल और वीडियो में कुछ ऐसी चीजें हैं जो सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। गाने में प्रयुक्त शब्द और अर्थों को लेकर बोर्ड को आपत्ति थी, जिसके कारण उन्होंने इसे वयस्क श्रेणी के लिए उपयुक्त माना।

हालांकि गाने के संगीतकार और निर्देशक का कहना है कि गाने में किसी प्रकार की अश्लीलता नहीं है। यह एक प्यार कथा पर आधारित गीत है जिसमें प्रेमी-प्रेमिका के बीच बातचीत को दर्शाया गया है। उनका मानना है कि सेंसर बोर्ड ने बिना सोचे-समझे यह फैसला लिया है।

इस फैसले से फिल्म निर्माताओं में काफी रोष देखने को मिल रहा है। कई लोगों का मानना है कि सेंसर बोर्ड अब कला की स्वतंत्रता में दखल देने लगा है। एक तरफ जहां कलाकार अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात कर रहे हैं, वहीं सेंसर बोर्ड का कहना है कि उनका फर्ज है समाज के हितों की रक्षा करना।

इस मामले में अब फिल्म निर्माता फिल्म प्रमाणीकरण अपीलीय अधिकरण (एफपीएटी) के पास अपील कर सकते हैं। कई जानकारों का मानना है कि एफपीएटी इस मामले में फिल्म निर्माताओं के पक्ष में फैसला दे सकता है और गाने को U प्रमाण पत्र दे सकता है।

सेंसर बोर्ड और फिल्म निर्माताओं के बीच इस तरह के विवाद कई बार हुए हैं। लेकिन इस बार मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। आने वाले दिनों में देखना होगा कि इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय क्या होगा और कला की स्वतंत्रता बनाम सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन कैसे स्थापित किया जाता है।

रोबोट का किरदार:

कृति सैनॉन फिल्म में एक रोबोट के किरदार में हैं, जिसका नाम सिफ्रा है। फिल्म के कहानीतात्मक पहलू के बारे में अधिक जानने के लिए फिल्म की रिलीज का इंतजार करना पड़ेगा। शाहिद कपूर और कृति सेनॉन की ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की रिलीज से पहले ही फिल्म का उत्साह और उत्साह दर्शकों के बीच बढ़ रहा है। इस फिल्म की सफलता की उम्मीद की जा रही है, और दर्शक बेसब्री से फिल्म का इंतजार कर रहे थे

फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ के संवाद और कुछ बोल्ड सीन्स पर सेंसर बोर्ड की नजरें हैं। सेंसर बोर्ड ने फिल्म के डिरेक्टर्स को कुछ बदलाव करने के लिए कहा है। इसके अलावा, धूम्रपान संबंधित दृश्यों में चेतावनियां भी जोड़ने का आदेश दिया गया है।

Kinetic E Luna: भारत में एक स्टाइलिश और सस्ता इलेक्ट्रिक मोपेड

धूम्रपान के बदलाव:

सेंसर बोर्ड ने धूम्रपान संबंधित सीन्स में कुछ बदलाव करने का निर्देश दिया है। अब, फिल्म में धूम्रपान के दृश्यों के साथ हिंदी में चेतावनियां जोड़ी जाएंगी।

बोल्ड सीन्स की संपादन: कुछ बोल्ड सीन्स को भी संपादित किया गया है। इसमें से एक बोल्ड सीन 36 सेकेंड का था, जिसे अब 27 सेकेंड कर दिया गया है। साथ ही, कुछ संवादों में भी संशोधन किया गया है।

फिल्म की बिक्री और उत्साह:

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की एडवांस बुकिंग बहुत अच्छी है। फिल्म के प्रोमोशन से लेकर जोड़ी के रोमांस तक, सभी कुछ दर्शकों को ध्यान में आ रहा है। इससे प्रे-रिलीज बिजनेस में उत्साह बढ़ रहा है और दर्शकों का इंतजार और भी बढ़ रहा है।

फिल्म की कहानी:

फिल्म की कहानी एक कंप्यूटर इंजीनियर आर्यन के बारे में है, जिसका किरदार शाहिद कपूर निभा रहे हैं। इस कहानी में उनकी प्रेम कहानी को साझा किया जाता है, जो किसी अद्वितीय तरीके से एक रोबोट के साथ जुड़ती है। यह फिल्म 9 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

फिल्म थीम्स और कलाकार:

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ का मुख्य थीम है प्रेम और संवाद। फिल्म में विभिन्न चरित्रों के बीच के रिश्ते और उनकी अद्वितीय कहानियाँ दर्शाई गई हैं। शाहिद कपूर और कृति सैनॉन की जोड़ी ने फिल्म को जीवंत बनाया है। उनका रोमांस और केमिस्ट्री फिल्म को और भी दिलचस्प बनाता है। इसके अलावा, फिल्म में धर्मेंद्र, डिंपल कपाड़िया, राकेश बेदी और अन्य विशेष कलाकारों की भूमिकाएँ भी निभाई गई हैं, जो कहानी को और भी रंगीन बनाती हैं।

फिल्म के निर्देशक और कहानीकार:

फिल्म का निर्देशन अमित जोशी और आराधना साह ने किया है। उन्होंने फिल्म में रोमांस, उत्साह, और अद्वितीय कहानी को बेहतरीन ढंग से पेश किया है। कहानी के प्रमुख पात्रों के चरित्र विकास में भी उनका काम दिलचस्प है।

स तरह से, ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ एक रोमांटिक फिल्म है जो दर्शकों को एक अनोखी प्रेम कहानी पेश करती है। फिल्म के अनुसार, प्रेम हर हाल में विजयी होता है। इसके अलावा, फिल्म के मूल संदेश में सामाजिक संदेशों को भी समाहित किया गया है। दर्शक इस फिल्म का इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि इसकी रिलीज़ के समय उन्हें नई कहानी का नजरिया मिलेगा।

‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की सफलता की उम्मीद है, और इस फिल्म के साथ दर्शकों का उत्साह और अपेक्षाएं बढ़ रही हैं। फिल्म में शाहिद कपूर और कृति सैनॉन के अलावा धर्मेंद्र, डिंपल कपाड़िया, राकेश बेदी और कई अन्य कलाकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं।

TELEGRAM LINK

FAQ

  1. ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ गाना किस फिल्म का है?
  2. सेंसर बोर्ड ने इस गाने को कौन सा सर्टिफिकेट दिया है?
  3. सेंसर बोर्ड ने गाने को U/A सर्टिफिकेट क्यों दिया?
  4. गाने के संगीतकार और निर्देशक ने इस फैसले का क्यों किया विरोध?
  5. सेंसर बोर्ड ने अपने फैसले का क्या बचाव किया?
  6. फिल्म निर्माता अब किस अपीलीय अधिकरण के पास अपील कर सकते हैं?
  7. आपके विचार से सेंसर बोर्ड का यह फैसला सही था या नहीं? क्यों?
  8. कला की स्वतंत्रता और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन कैसे स्थापित किया जा सकता है?
  9. इस मुद्दे पर आगे क्या हो सकता है?
  10. आपके हिसाब से इस विवाद का क्या समाधान हो सकता है?

 

 

 

 

Exit mobile version